छोटे बच्चों को अंग्रेजी बोलना कैसे सिखाएं ?
नमस्ते…… आज हम अपने इस ब्लॉग costudybuddy.com में एक ऐसे प्रश्न का हल लेकर आए हैं जिसके लिए हर अभिभावक , हर छोटे बच्चों के माता-पिता अत्यधिक परेशान रहते हैं और उनके समझ में नहीं आता है कि वह अपने इस समस्या का हल कैसे निकाले। उनकी यह समस्या है कि वह अपने छोटे बच्चों को बचपन से ही अंग्रेजी बोलना कैसे सिखाएं……?
आजकल अंग्रेजी बोलने का क्रेज अत्यधिक बढ़ता चला जा रहा है। जो भी लोग चाहे वह किसी भी वर्ग के हो अपने आप को इंटेलिजेंट (विद्वान), समझदार , पढ़ने लिखने में सबसे अच्छे आदि चीजों में अपने आप को सबसे आगे दिखाने के लिए लोग अंग्रेजी बोलना सीखते हैं
क्योंकि अंग्रेजी एक ऐसी भाषा है जिसको बोलने से अन्य लोग प्रभावित और आपकी तरफ आकर्षित होते हैं। वैसे तो हमारे समाज में बहुत सारी भाषाओं का प्रचलन है हमारे समाज में जितने जगह के लोग हैं उतनी तरह की भाषा बोलते हैं जैस – तमिल के लोग तेलुगु भाषा बोलते हैं, बंगाल के बंगाली भाषा, आदि। लेकिन उन सब में से अंग्रेजी ही एक ऐसी भाषा है जो सभी जगह पर बोली जाती है ।
अन्य जगहों पर अंग्रेजी भाषा का महत्व….
दोस्तों हम अपने जीवन में सभी सुख का अनुभव करना चाहते हैं। हम घूमना फिरना भी चाहते हैं लेकिन घूमने से पहले या फिर अपने स्थान से अन्य स्थान जाने के लिए हमें वहां का रहन-सहन वहां की बोली – भाषा का भी ज्ञान होना चाहिए क्योंकि हम कहीं भी जाएंगे तो वहां पर हमें कुछ चीजों की आवश्यकता होती है,
हमें कोई रास्ता पूछना हो तो हम कैसे पूछेंगे इसलिए अगर हमें उस स्थान की भाषा नहीं पता हो तो हमें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन अगर हमें अंग्रेजी भाषा आती हो तो हमें किसी में कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा क्योंकि अंग्रेजी ही एक ऐसी भाषा है जो हर स्थान पर या कहा जाए तो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बोली जाती हैं। इसलिए हमें अंग्रेजी भाषा बचपन से ही सीखने की आवश्यकता होती है।
वैसे तो हम भारत के निवासी हैं इसलिए हम बचपन से ही अपनी स्थानीय भाषा बोलना शुरू कर देते हैं, बचपन से ही हमें अपने स्थानीय भाषा या अपनी मातृभाषा ही बोलना सिखाया जाता है लेकिन अगर हम बचपन से ही अपने बच्चों को अंग्रेजी बोलना सिखाए हर शब्द का हर हिंदी शब्द का अंग्रेजी उन्हें समझाएं तो वह आगे चलकर अंग्रेजी भली-भांति सीख जाएंगे और उन्हें अंग्रेजी बोलने में भी किसी भी कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा।
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बच्चों को अंग्रेजी शब्द सिखाने के लिए क्या करें…..
यह प्रश्न बड़ी ही चिंता का विषय है उन अभिभावक के लिए जिनके पास छोटे बच्चे हैं और वह चाहते हैं कि वह अपने बच्चों को शुरू से ही अंग्रेजी बोलना सिखाए लेकिन आप अगर हमारे इस साइट पर हैं तो आपके लिए यह प्रश्न चिंता का विषय बिल्कुल नहीं है क्योंकि आज हम आपको बताएंगे कि आप अपने बच्चों को बचपन से ही छोटे पर से ही अंग्रेजी शब्दों का इस्तेमाल करना कहां-कहां पर सिखाएं ताकि आगे चलकर उन्हें अंग्रेजी बोलने में किसी भी प्रकार की कोई भी परेशानी ना हो ।
वैसे तो हर माता-पिता अपने छोटे बच्चों को 1, 2; A,B,C,D…..या फिर इंग्लिश के कुछ शब्द सिखाना शुरू कर देते हैं। इसके साथ-साथ अगर हम बच्चों को उनके शरीर से संबंधित अंगो का नाम हिंदी के साथ-साथ अंग्रेजी में भी बताएं तो बच्चे उसे बड़े ही आसानी से याद कर लेंगे और उस शब्द का वह बार-बार प्रयोग करेंगे जिससे वाह अंग्रेजी शब्द उन्हें याद हो जाएगा और आप जब भी उनसे उनके अंगों के नाम पूछेंगे तो वह अंग्रेजी में ही बताएंगे। नीचे दिए गए निम्नलिखित अंगों के नाम हैं जिनका प्रयोग कराना बच्चों के लिए अति आवश्यक है…..
शरीर के अंगों के नाम अंग्रेजी व हिंदी में……
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Hair | बाल |
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Eye | आंख |
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Nose | नाक |
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Chick | गाल |
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Chin | ठुड्ढी |
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Neck | गला |
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Hand | हाथ |
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Fingers | उंगलियां |
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Chest | सीना |
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Stomach | पेट |
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Leg | पैर |
इनके साथ साथ बच्चों को अन्य चीजों के बारे में भी अंग्रेजी में ही बताना चाहिए और उनका प्रयोग भी अंग्रेजी में ही कराना चाहिए ताकि बच्चों को अंग्रेजी बोलने में और सीखने में आसानी हो।
हमने उपयुक्त कथन में शरीर के अंगों के नाम बताए हैं जिनके माध्यम से आप अपने छोटे से बच्चों को अंग्रेजी शब्द का इस्तेमाल करना सिखा सकते हैं क्योंकि बच्चे जब बोलना सीखते हैं तो वह अपने अंगों के ,अपने क्रिया के अनुसार ही सीखते हैं इसलिए प्रायः हमें बच्चों को उनकी आंखों के नाम को याद कराना अति आवश्यक होता है। at
बच्चों को सिखाने के लिए कुछ अन्य चीजों के नाम भी आवश्यक है…..
बच्चे मन के सच्चे होते हैं इसलिए हम उन्हें जो सिखाते हैं, जो बताते हैं वह उसे ही धारण करते हैं अर्थात वह वही सीखते हैं इसलिए हमें बचपन से ही उन्हें अच्छी बातों को सिखाना चाहिए , अच्छे कामों की आदत डालनी चाहिए, उनकी भाषा- बोली का ध्यान भी अभिभावक को रखना चाहिए। हम आपके समक्ष कुछ अन्य चीजों के नाम भी बताते हैं जिसके माध्यम से आप अपने बच्चों को और भी अंग्रेजी के शब्द सिखा पाएंगे जो अग्रलिखित है…….
फूलों के नाम…
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Rose | रोज़ | गुलाब |
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Marigold | मेरीगोल्ड | गेंदा |
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Sunflower | सनफ्लावर | सूर्यमुखी |
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Lotus | लोटस | कमल |
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Jasmine | जैस्मीन | चमेली |
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Daisy | डेजी | गुलबहार |
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Hibiscus | हिबिस्कस | गुड़हल |
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Blue Water Lily | ब्लू वाटर लीली | नीलकमल |
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Magnolia | मैग्नोलिया | चंपा |
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Dahlia | डहेलिया | डहेलिया |
फलों के नाम…
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Apple |
एप्पल | सेव |
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Banana | बनाना | केला |
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Orange | ऑरेंज | संतरा |
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Mango | मैंगो | आम |
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Papaya | पापाया | पपीता |
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Acai berry | अकाई बेरी | काला जामुन |
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Pomegranate | पोमेग्रेनेट | अनार |
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Grapes | ग्रेप्स | अंगूर |
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Pineapple | पाइनएप्पल | अनानास |
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Lemon | लेमन | नींबू |
सब्जियों के नाम…
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Potato | पोटैटो | आलू |
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Onion | ऑनियन | प्याज |
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Tomato | टोमैटो | टमाटर |
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Radish | रेडिश | मूली |
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Carrot | कैरट | गाजर |
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Cabbage | कैबेज | पत्तागोभी |
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Cauliflower | कॉलीफ्लावर | फूलगोभी |
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Brinjal | ब्रिंजल | बैंगन |
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Cucumber | कुकुंबर | खीरा |
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Peas | पीज | मटर |
जिस प्रकार ऊपर हमने फलों के नाम हिंदी- अंग्रेजी दोनों, फूलों के नाम ,सब्जियों के नाम ,शरीर के विभिन्न अंगों के नाम सभी के नामों को अंग्रेजी और हिंदी दोनों में लिख कर आपको दिया है जिसके माध्यम से आप अपने बच्चों को बचपन से ही सब्जियों को ,फलों को या उनके शरीर के अंगों को अंग्रेजी के नाम से उच्चारण करके और उसका अर्थ हिंदी में बता कर अपने बच्चों को सिखाएंगे तो उन्हें सीखने में आसानी होगी तथा बच्चे वही बातें बार-बार दोहराते हैं जो उनके माता-पिता या आस- पड़ोस में रहने वाले लोग बातें करते हैं। इसलिए अगर आप अपने घर में छोटे बच्चों को शुरू से ही हर चीजों के नाम अंग्रेजी में बताएंगे और उसका हिंदी में अर्थ बताएंगे तो वह बचपन से ही अंग्रेजी भाषा सीखते जाएंगे और उच्चारण करने में भी उन्हें कोई भी कठिनाई नहीं होगी। जिसके फलस्वरूप भविष्य में उन्हें अंग्रेजी बोलने में ,समझने में ,या उसका उच्चारण करने में कोई भी कठिनाई नहीं होगी।
Conclusion……
दोस्तों हमने अपने इस ब्लॉग में एक ऐसी समस्या छोटे बच्चों को अंग्रेजी बोलना कैसे सिखाएं….? का हल आपको बताया है जिसके बारे में सोच कर सभी अभिभावक भले ही चिंतित रहते हैं कि इस कंपटीशन के दौर में उनके बच्चे हर चीज में सबसे आगे कैसे रहे जिसमें से सबसे पहला कंपटीशन है सबसे अच्छी अंग्रेजी बोलना….. इसलिए आप हमारे इस ब्लॉग पर इस समस्या के हल को पढ़कर अपने बच्चों को बड़ी ही आसानी से शुरुआती दौर से ही अंग्रेजी बोलना सिखा सकते हैं , ताकि भविष्य में आगे चलकर उन्हें अंग्रेजी बोलने, पढ़ने, लिखने या सीखने में कोई भी परेशानी ना हो और आपको भी उन्हें सिखाने में परेशानी ना हो। हमने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की है आपको अंग्रेजी के बारे में पूरी जानकारी देने की आपको अगर हमारा यह पोस्ट पसंद आया तो आप इसे लाइक और शेयर जरूर करें और साथ ही साथ अगर आपको इससे संबंधित किसी भी समस्या के बारे में प्रश्न पूछना है तो कमेंट बॉक्स में जाकर अपना प्रश्न पूछ सकते हैं।
धन्यवाद…..????
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