सेल्फ स्टडी करने का सबसे आसान तरीका क्या है ?

सेल्फ स्टडी करने का सबसे आसान तरीका क्या है ?

पढ़ाई वह धरोहर है जो हमारे जीवन के शुरुआत से लेकर अंत समय तक हमारे साथ रहती है। यह एक ऐसा धन है जो कभी खत्म नहीं होने वाला है क्योंकि पढ़ाई के माध्यम से मिलने वाले ज्ञान को हम जितना ही बाटेंगे उतना ही बढ़ता चला जाएगा और हमारे पुरखों या पूर्वजों का कहना भी है

की हमारे जीवन की असली पूंजी  ज्ञान होता है और जो बांटने से बढ़ता है। इसीलिए आज हम अपने इस ब्लॉग costudybuddy.com में पढ़ाई से संबंधित टॉपिक पर उठे सवालों का समाधान लेकर आए हैं जो है….. सेल्फ स्टडी करने का सबसे आसान तरीका क्या है ? 

हमारे इस पोस्ट के जरिए आप सेल्फ स्टडी से संबंधित सभी सवालों के जवाब आसानी से प्राप्त करेंगे तथा उस पर अमल करके आप अपने पढ़ाई को बेहतर से बेहतर बनाने में सफल होंगे।

सेल्फ स्टडी होता क्या है ?

सेल्फ स्टडी अर्थात स्वयं से पढ़ाई करना। दोस्तों हमारे जीवन का आधार ही पढ़ाई होता है या कहा जाए कि अगर हमें अपने भविष्य में अपने पैरों पर खड़ा होना है तो हमें पढ़ाई करने की अति आवश्यकता होती है। पढ़ाई ही वह माध्यम है जिसके द्वारा हम नामुमकिन कार्य को भी अपनी सूझबूझ और तर्क शक्ति के द्वारा आसानी से करने में सक्षम होते हैं।

वैसे तो हम पढ़ाई अपने स्कूल में, कॉलेज में, संस्थानों आदि में भी करते हैं फिर भी जब तक हम घर पर आकर स्वयं से स्कूल या कॉलेज में की गई पढ़ाई को दोबारा दोहराते नहीं हैं तब तक वह पाठ या वह विषय हमारे समझ में नहीं आता है जिसके कारण हम वह पाठ जल्द ही भूल जाते हैं। इसलिए हमें चीजों को याद करने के लिए सेल्फ स्टडी की आवश्यकता होती है।

सेल्फ स्टडी की आवश्यकता

 दोस्तों जैसा कि हम जानते हैं कि किसी भी कार्य को अपने जीवन में अच्छी तरीके से करने के लिए या उसका परिणाम हमारे सामने अच्छा लाने के लिए हमें स्वयं से प्रयास करते रहना चाहिए। ठीक उसी प्रकार हमें अपने जीवन को अपने भविष्य को अपने करियर को संवारने के लिए तथा उज्जवल बनाने के लिए पढ़ाई के क्षेत्र में संयम से भी प्रयासरत्न रहना चाहिए। अक्सर ऐसा होता है

कि जब हम स्कूल या कॉलेज में पढ़ाई करते हैं तब तो हमें सब कुछ कंठस्थ हो जाता है लेकिन जब हम उसी को दोबारा दोहराते  नहीं है तब वह पाठ कुछ समय के बाद हमारे दिमाग से निकल जाता है या हमें याद नहीं रहता जिसके कारण हमें पढ़ाई से संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

पढ़ाई से संबंधित इन मुश्किलों को दूर करने के लिए या पढ़ाए गए सभी पाठों को याद रखने के लिए हमें सेल्फ स्टडी की आवश्यकता पड़ती है , जो हमारे परीक्षा में हमें सफलता प्राप्त करने में हमारी मदद करते हैं।

सेल्फ स्टडी ही एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा हम अपनी पढ़ाई में ,अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में सफलता प्राप्त कर सकते हैं क्योंकि किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए हमें पढ़ाई में भी सबसे आगे रहना चाहिए। पढ़ाई के माध्यम से ही हम कोई भी निजी या सरकारी कारोबार करने में सक्षम होते हैं

क्योंकि आज  के समय में किसी भी क्षेत्र में नौकरी पाने के लिए हमें अपनी पढ़ाई पूरी करने के साथ-साथ विभिन्न परीक्षाओं से भी गुजरना पड़ता है जिसके बाद ही हमारा किसी भी नौकरी में सलेक्शन होता है चाहे वह नौकरी सरकारी हो या प्राइवेट। इसलिए हमें पढ़ाई की अति आवश्यकता होती है जिसमें self-study का सबसे बड़ा महत्व होता है।

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नीचे दिए गए कुछ निम्नलिखित बिंदु हैं जिनके लिए हमें self-study की आवश्यकता होती है……
???? पढ़ाए गए पाठ को याद रखने के लिए

दोस्तों हम सब स्कूल ,कॉलेज या संस्थानों में पढ़ाई करते हैं। वहां पर जो भी पाठ बनाए गए हैं हम सभी को याद रखने के लिए हमें self-study की आवश्यकता होती है क्योंकि जब तक हम पढ़ाई गए पाठ को स्वयं से तोहरा के नहीं हैं तब तक हमें वह चीज कंठस्थ नहीं होती है जिसके कारण आगे चलकर हम वह सभी बातों को भूलने लगते हैं।

???? परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए 

परीक्षा के द्वारा ही हमारी सालभर की मेहनत  का मूल्यांकन होता है। इसलिए हम सभी की कोशिश रहती है कि हम अपने परीक्षा में बेहतर से बेहतर परिणाम लाएं। जिसके लिए हमें स्कूली पढ़ाई के साथ-साथ स्वयं से पढ़ने की भी अति आवश्यकता होती है क्योंकि जब हम स्वयं से पढ़ाई करते हैं तब हमारा 100 प्रतिशत दिमाग हमारी पढ़ाई में होता है जिसके कारण हमें हमारा पाठ अच्छे से कंठस्थ हो जाता है या याद हो जाता है।

???? ज्ञान के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए 

हमें ज्ञान की प्राप्ति पढ़ाई के माध्यम से ही होती है। हमारी पढ़ाई का स्तर जितना ही अच्छा रहेगा हमारा ज्ञान भी उतना ही बढ़ता जाएगा और यह तब संभव है जब हम स्वयं का अपनी पढ़ाई पर पूरा का पूरा ध्यान दें अर्थात सेल्फ स्टडी करें।

???? सेल्फ स्टडी के द्वारा समय की बचत 

वैसे तो हम सभी को ईश्वर ने एक समान समय दिया है। चाहे कोई बहुत बड़ा इंसान हो ,पैसे वाला हो या फिर कोई गरीब व्यक्ति हो सभी को एक समान समय एक दिन में 24 घंटे मिलता है और उसी 24 घंटे के अंदर हमें अपने 1 दिन के  सभी कार्यों को पूर्ण करना होता है।

समय की बचत की महत्ता एक विद्यार्थी से बेहतर कोई नहीं जानता क्योंकि विद्यार्थी को अपने 24 घंटे में अपनी पढ़ाई से लेकर सभी कार्यों पर ध्यान देना होता है। जिसके लिए कभी-कभी हमारी कुछ लापरवाही की वजह से हम 1 दिन का कार्य दो-चार दिन में करते हैं, जिसके कारण समय का मैनेजमेंट नहीं हो पाता है। 

पढ़ाई में समय की बचत के लिए हमें self-study की आवश्यकता होती है क्योंकि जब हम self-study शुरू से ही करना शुरू कर देते हैं तब हमें पाठ को बार-बार दोहराने की आवश्यकता नहीं पड़ती है जिसके कारण परीक्षा के समय हमें पूरा का पूरा समय मिलता है अपने पाठ का अच्छे से रिवीजन करने के लिए। जिसकी वजह से हमें  परीक्षा में अव्वल आने से कोई नहीं रोक सकता।

सेल्फी स्टडी करते समय किन किन बातों का ध्यान देने की आवश्यकता होती है….?

अपने जीवन में सफल व्यक्ति बनने के लिए हमें ज्ञान प्राप्ति की अति आवश्यकता होती है जो हमें पढ़ाई के माध्यम से सिर्फ स्टडी के द्वारा मिलते है। पुराने समय में भी लोग स्वयं से ही पढ़ कर अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर पाए हैं।

तो आइए हम नीचे दिए गए निम्न बिंदुओं के माध्यम से यह जानते हैं की सेल्फ स्टडी करने के लिए हमें किन बातों या किन सावधानियों की आवश्यकता होती है…..

# सेल्फ स्टडी में टाइम टेबल का महत्व 

किसी भी कार्य को सफलतापूर्वक पूर्ण करने के लिए हमें उस कार्य को शुरू करने से पहले उसकी योजना बनाने की आवश्यकता पड़ती है ,जिसके माध्यम से हम उस कार्य को पूर्ण कर लेते हैं। ऐसे ही पढ़ाई के क्षेत्र में भी सफलता हासिल करने के लिए अर्थात अपनी self-study को बेहतर बनाने के लिए सभी विद्यार्थियों को टाइम टेबल बनाना चाहिए। जो हमारे दिनचर्या के हिसाब से होती है और जिसमें हमारे दिनचर्या के सभी कामकाज के साथ-साथ पढ़ाई का समय भी निर्धारित होता है जिससे हमें पढ़ाई में आ रही बाधाओं से मुक्ति मिलती है तथा हम अपने सभी काम को करने के साथ-साथ अपनी पढ़ाई को भी बेहतर समय दे पाते हैं।

# शारीरिक सेहत का रखें ध्यान 

कोई भी कार्य को सफलतापूर्वक करने के लिए या फिर किसी भी कार्य में सफलता प्राप्ति के लिए हमें शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने की आवश्यकता होती हैं क्योंकि यह कहावत है कि…. स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है…..। इसलिए जब हम शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेंगे तभी किसी भी कार्य को अर्थात पढ़ाई करने के लिए सक्षम हो पाएंगे, क्योंकि अगर हम हमेशा बीमार ही पढ़ते रहेंगे या शारीरिक रूप से स्वस्थ नहीं रहेंगे तो इसका सीधा असर हमारी पढ़ाई पर होगा जिसका हमें काफी दुष्परिणाम झेलना पड़ सकता है।

# मानसिक रूप से स्वस्थ रहने की आवश्यकता

पढ़ाई करने के लिए स्वस्थ शरीर के साथ-साथ मानसिक रूप से स्वस्थ रहने की भी आवश्यकता है। सबसे पहले यह जरूरी है कि आप मानसिक रूप से स्वस्थ रहें तभी आप किसी भी कार्य को करने में सक्षम होंगे। आज का दौर कंपटीशन की परीक्षाओं से भरा पड़ा है जिसे पास करने के लिए हमें मानसिक रूप से तथा शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने की अति आवश्यकता है।

मानसिक स्थिरता के लिए आप सुबह सुबह उठकर सबसे पहले फ्रेश होकर व्यायाम करें और उसके बाद कच्चे अंकुरित अनाज खाएं जिससे आपकी मानसिक एकाग्रता बनी रहेगी और उसके बाद पढ़ने बैठ जाएं।

# पढ़ाई से संबंधित अपनी समस्याओं को दूसरों से साझा करें 

समस्याओं का समाधान पाने का सबसे आसान तरीका है कि आप अपने समस्याओं को दूसरों के समक्ष रखें इसका सबसे अच्छा परिणाम यह होता है कि सभी लोग अपने अपने तरह से इसका हल बताएंगे जिससे अंत में आपकी समस्या का हल आपको मिल जाएगा। इसी तरह आप अपनी पढ़ाई से संबंधित समस्याओं को दूसरों से साझा करें ताकि वह भी इस समस्या की हल के लिए अपने विचार प्रकट करें जिससे आपको आपकी समस्या का हल बड़े ही आसानी से मिल जाए।

# अपना लक्ष्य तय करें

दोस्तों बिना लक्ष्य का जीवन तथा बिना मंजिल के सफर अधूरा होता है। इसलिए हमें अपने कार्य को पूरा करने के लिए  सबसे पहले लक्ष्य का निर्धारण करना चाहिए। ताकि आप अपने जीवन का अनमोल समय बिना गंवाए अपने लक्ष्य को प्राप्त करके अपने कार्य को पूर्ण करें अर्थात बिना समय गवाएं अपने भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए पढ़ाई के क्षेत्र में अपने लक्ष्य को प्राप्त करें।

# सभी विषयों के लिए समय निर्धारित करने की आवश्यकता

जब हम पढ़ना शुरू करते हैं या सेल्फ स्टडी करना शुरू करते हैं तो हम एकाग्र होकर अपने विषयों को कंठस्थ करने में लग जाते हैं। जिससे कभी-कभी ऐसा होता है कि हम एक ही विषय पर अपने 1 दिन का ज्यादा से ज्यादा समय दे देते हैं, जिसके कारण अन्य विषय अधूरे रह जाते हैं इसलिए सेल्फ स्टडी के दौरान सभी विषयों के लिए समय निर्धारित करने की आवश्यकता होती है क्योंकि हमें अपनी परीक्षा में सभी विषयों में अच्छे से अच्छे नंबर लाने होते हैं तभी हम अपने परीक्षा में अव्वल आकर आगे की कक्षाओं की पढ़ाई शुरू कर सकते हैं। mt

# ग्रुप डिस्कशन की भी आवश्यकता

पढ़ाई के क्षेत्र में ग्रुप डिस्कशन की सबसे अहम भूमिका होती है। ग्रुप डिस्कशन के माध्यम से ही हमें अपनी कमजोरियों का तथा पढ़ाई में छूटे हुए कुछ टॉपिक का भी पता चलता है। जिसके द्वारा हम अपनी सेल्फ स्टडी को बेहतर बनाने में सक्षम होते हैं।

निष्कर्ष……

आज के इस पोस्ट में हमने self study से संबंधित सभी समस्याओं का समाधान आपसे साझा किया है हम आशा करते हैं कि आपको हमारा आज का यह पोस्ट पसंद आया होगा और आपको हमारे इस पोस्ट से सेल्फ स्टडी करने में बड़ी सहायता मिली होगी।

धन्यवाद….????

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