बच्चे का दिमाग मेडिकल के क्षेत्र में तेज कैसे करें ?

बच्चे का दिमाग मेडिकल के क्षेत्र में तेज कैसे करें ?

बच्चे का दिमाग मेडिकल के क्षेत्र में तेज कैसे करें ?

बच्चे अपने माता-पिता की पूंजी होते हैं। हर मां – बाप अपने बच्चों को दुनिया का सबसे अच्छा इंसान बनाना चाहते हैं और वह यह कोशिश भी करते हैं कि उनके बच्चे का भविष्य उज्जवल हो। बच्चों को कैसा भविष्य देना है, बच्चों की रुचि किसमे है,

बच्चे आगे चलकर किस लाइन को चुने या किस क्षेत्र को चुने की उनका करियर बेहतर बन सके, इत्यादि इन सब बातों की जिम्मेदारी माता-पिता की होती है और हर माता-पिता यह चाहते हैं कि वह अपने बच्चे के बेहतर भविष्य के लिए उनके बेहतर कैरियर का चुनाव करें।

आज के अपने इस पोस्ट में हम बच्चों के बेहतर भविष्य से संबंधित टॉपिक ” बच्चे का दिमाग मेडिकल के क्षेत्र में तेज कैसे करें ? ”  की जानकारी देंगे। ताकि जो भी माता-पिता अपने बच्चों का भविष्य मेडिकल के क्षेत्र में बनाना चाहते हैं उनके सभी सवालों का जवाब उनको हमारा यह पोस्ट पढ़कर मिल सके ।

बच्चों के भविष्य के निर्धारण में माता-पिता की अहम भूमिका

सभी माता-पिता अपने बच्चों के बेहतर भविष्य की कामना करते हैं तथा माता-पिता ही अपने बच्चों का भविष्य बेहतर बना सकते हैं क्योंकि कुछ मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि  बच्चों का भविष्य उनकी 5 साल की उम्र में ही निर्धारित हो जाता है..…. अर्थात 5 साल की उम्र में या बचपन में ही बच्चों का भविष्य निर्धारित हो जाता है

कि उनकी रूचि किस क्षेत्र में है, वह आगे चलकर क्या बनेंगे। इसलिए माता-पिता का यह कर्तव्य होता है कि वह अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए उनको बचपन से ही पढ़ाई के क्षेत्र में या अन्य क्षेत्रों में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें ,उनकी सहायता करें।

सभी माता – पिता को यह पहले से ही सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि वह अपने बच्चों को किस क्षेत्र में आगे बढ़ाना चाहते हैं या उनका बच्चा किस क्षेत्र में रुचि दिखाता है। उसी के हिसाब से माता-पिता को अपने बच्चों को शुरू से यह तैयारी करवानी चाहिए, उन्हें प्रेरित करना चाहिए ।

अगर आपका बच्चा मेडिकल के क्षेत्र में रुचि दिखाता है या फिर आपको ऐसा लगता है कि आपके बच्चे का भविष्य मेडिकल के क्षेत्र में बेहतर बन सकता है तो आप उसे बचपन से ही धीरे – धीरे मेडिकल के क्षेत्रों की जानकारी कराते रहें। ताकि आपके बच्चे को उस क्षेत्र में रुचि उत्पन्न हो और आगे चलकर उससे परेशानी का सामना ना करना पड़े।

नीचे दिए गए निम्नलिखित बिंदु है जिसके माध्यम से आप अपने बच्चे को बचपन से ही मेडिकल के क्षेत्र की जानकारी आसानी से करा सकते हैं

बच्चों को मेडिकल के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए उनको बचपन से मेडिकल से संबंधित छोटी-छोटी बातों का ज्ञान कराना चाहिए जिससे वह थोड़ा-थोड़ा करके ज्यादा जानकारी प्राप्त कर सके….

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# शरीर से संबंधित बातों की जानकारी देना

छोटे बच्चों को मेडिकल के क्षेत्र की जानकारी देने के लिए उनको बचपन में उनके शरीर से संबंधित बातों की जानकारी देनी चाहिए , जैसे कि शरीर के अंगों के नाम याद कराने चाहिए उसके साथ ही साथ उनका क्या कार्य है यह भी छोटे-छोटे शब्दों में बताना चाहिए। इससे उनको अपने शरीर से संबंधित बातों का ज्ञान होगा और मेडिकल के क्षेत्र में उनकी रुचि भी बढ़ेगी।

जैसे जैसे बच्चे छोटी-छोटी बातों की जानकारी प्राप्त करते जाएंगे उनके अंदर और कुछ जानने की उत्सुकता बढ़ेगी इस स्थिति में आप बच्चे को शरीर के जोड़ों के नाम, पाचन क्रिया, श्वसन क्रिया, रक्तस्राव ,इत्यादि के बारे में धीरे-धीरे करके संपूर्ण जानकारी देंगे जिससे उनकी रुचि और अधिक बढ़ती जाएगी तथा उनमें मेडिकल के बारे में और भी बातें जानने की जिज्ञासा उत्पन्न होगी ।

# बीमारियों के बारे में तथा उनसे बचाव के बारे में बताना

मेडिकल के क्षेत्र में हमारे शरीर से संबंधित तथा प्रकृति में मौजूद सभी जीव के बारे में पढ़ा, लिखा, जानकारी प्राप्त , इत्यादि किया जाता है। इसलिए अपने बच्चों को बीमारियों के नाम याद कराने चाहिए, हम उन  बीमारियों से अपना बचाव कैसे कर सकते हैं इसके बारे में बताना चाहिए, किस बीमारी में हम अपना बचाव किस तरह से कर सकते हैं ,कब हमें डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए, इत्यादि सभी बातों की संपूर्ण जानकारी अपने बच्चे को धीरे-धीरे करके करानी चाहिए। हमें बच्चों को यह भी बताना चाहिए कि किस पौष्टिक आहार की कमी से या अधिकता से या फिर किस विटामिन की कमी से बीमारियां उत्पन्न होती हैं ।

# स्वास्थ्य की जानकारी भी महत्वपूर्ण

मेडिकल में शारीरिक स्वास्थ्य की जानकारी होना भी महत्वपूर्ण होता है। स्वास्थ्य अर्थात अपने शरीर को कैसे स्वस्थ रखना चाहिए ,कौन-कौन से पौष्टिक आहार खाने चाहिए जिससे हम बीमारियों से कोसों दूर रह सकें, किस फल में कौन से विटामिन मिनरल्स पाए जाते हैं और उनका हमारे स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता है,

अपने शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए कौन-कौन से विटामिन की आवश्यकता होती है अपने पौष्टिक आहार में किस आहार की मात्रा कितनी होनी चाहिए, इत्यादि बातों की जानकारी बच्चों को बचपन से ही देना शुरू कर देना चाहिए ताकि आगे चलकर मेडिकल के क्षेत्र में उन्हें पढ़ने लिखने या फिर समझने में परेशानी ना हो और ज्यादा से ज्यादा चीजों की जानकारी उनको प्राप्त हो ।

# मानसिक स्वास्थ्य के जानकारी की भी अति आवश्यकता

शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य के जानकारी का होना भी महत्वपूर्ण है क्योंकि जब हमारा मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहेगा तभी हम अच्छी बातों को ग्रहण कर पाएंगे। इसलिए अपने बच्चे को शारीरिक स्वास्थ्य की जानकारी के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य की जानकारी भी देना आवश्यक है

कि अपने मन को शांत कैसे करें ,मन को एकाग्र कैसे करे, ताकि हम जो भी पढ़ें या जो भी जानकारी प्राप्त करें वह हमें कंठस्थ हो सके ।

# दवाओं के बारे में भी जानकारी कराना

बीमारियों के बारे में बताने के साथ-साथ बच्चों को किस बीमारी में कौन सी दवा ली जाती है इसके बारे में भी जानकारी देनी चाहिए जो मेडिकल क्षेत्र के महत्वपूर्ण बातों में से एक है ।

# पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों के स्वास्थ्य का भी रखें ध्यान

अगर आप अपने बच्चे को पढ़ाई में अव्वल देखना चाहते हैं तो आप उनकी पढ़ाई के साथ-साथ उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का भी अच्छे से ख्याल रखें ।

✓ बच्चों को समय पर खाना खिलाना, समय पर खाना खाने की महत्ता को बताना ।

✓ खाना खिलाते समय उनके भोजन में जो भी पोस्टिक आहार हैं उनके बारे में उनको बताना ।

✓ किस समय कैसा भोजन करना चाहिए इसके बारे में उनको बताना तथा बच्चों को समय से भोजन कराना भी आवश्यक है ।

✓ शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए अच्छे नींद की आवश्यकता होती है इसलिए सभी माता-पिता अपने बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए उनको बेहतर नींद लेने की जानकारी भी दें और कोशिश करें कि उनके बच्चे भी बेहतर नीद लें ।

✓ बच्चों को हर तरह से स्वस्थ बनाए रखने के लिए उनको खेलकूद में भी भागीदार बनने दें। खेलकूद से उनका मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ शारीरिक स्वास्थ्य भी अच्छा बना रहेगा ।

✓ अच्छे स्वास्थ्य की शुरुआत प्रातः काल में योगा करने से होती है। इसलिए अपने बच्चे को योगा करने के लिए प्रेरित करें और उससे संबंधित सभी जानकारियां भी दे ।

मेडिकल के क्षेत्र से संबंधित विषयों पर फोकस करना

जो भी माता पिता अपने बच्चे को मेडिकल के क्षेत्र में आगे बढ़ाना चाहते हैं उनकी पहली प्राथमिकता यह होनी चाहिए कि मेडिकल के क्षेत्र में या मेडिकल क्षेत्र के सभी competitive exams से संबंधित विषयों पर फोकस करना चाहिए। ताकि आगे चलकर जब बच्चा कंपटीशन के एग्जाम में बैठे तो उस में आए हुए प्रश्नों के हल करने में उसे परेशानी ना हो ।

किसी भी एग्जाम की तैयारी समय से पहले करने से हम उस एग्जाम को वक्त पर ही qualify कर लेते हैं। जिससे कम समय में ही हम अपने करियर का चुनाव करके अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेते हैं

निष्कर्ष

आज के अपने इस पोस्ट में हमने मेडिकल के क्षेत्र में अपने बच्चे को आगे बढ़ाने से संबंधित सभी जानकारियां देने की कोशिश की है। हम आशा करते हैं कि आपको हमारा यह पोस्ट पसंद आया होगा। अगर आप अपने बच्चे को हमारे द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक मेडिकल के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे तो आपका बच्चा जरूर सफलता प्राप्त करेगा ।

धन्यवाद……

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