PGDM क्या है, कैसे करे ?

PGDM KYA HAI – PGDM KYA HAI IN HINDI

नमस्ते दोस्तों मैं आप सभी का costudybuddy.com पर स्वागत करता हूं आज हम बात करेंगे PGDM कोर्स के बारे में PGDM से जुड़े हर छोटी से छोटी जानकारियों को आप तक पहुंचाने की पूरी कोशिश करेंगे।

PGDM क्या है, PGDM कोर्स क्या है, PGDM क्या होता है, PGDM के लिए योग्यता, PGDM करने के फायदे, PGDM के बाद जॉब, PGDM कोर्स के बाद मिनिमम सैलरी, PGDM से जुड़ी सवालों का जवाब इस पोस्ट के जरिए हम आप तक पहुंचाएंगे हम आशा करते हैं कि हमारे द्वारा बताई गई जानकारी आपके लिए लाभदायक साबित हो सके।

PGDM का पूरा नाम Post Graduation Diploma In Management है यह PGDM कोर्स कई संस्था  द्वारा इस management course कोर्स को  करवाती है यह कोर्स एक फुल टाइम मैनेजमेंट का कोर्स है PGDM कोर्स की कुल अवधि 2 वर्षों की होती है

PGDM कोर्स के सिलेबस के अनुसार दो या तीन वर्षो को उन्हें 4 या 6 सेमेस्टर में विभाजित किया जा सकता है जो भी संस्था PGDM कोर्स करवा रही है वह भारत के सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत AICTE द्वारा मान्यता प्राप्त करके कराती है

PGDM कोर्स का विषय और उसकी बनावट दोनों ही MBA से मिलती जुलती होती है अर्थात इन दोनों कोर्स के अंदर सामान्य अंतर ही होता है हालांकि अंतर यह होता है कि MBA का कोर्स एक ग्रेजुएशन डिग्री प्रदान करता है और PGDM कोर्स हमें पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा प्रदान करता है PGDM कोर्स किसी भी यूनिवर्सिटी से हम कर नहीं सकते इसलिए इस कोर्स को सिर्फ डिग्री के रूप में नहीं माना जाना चाहिए।

PGDM योग्यता

PGDM पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन लेने के लिए छात्र को 12TH पास और 3 साल का ग्रेजुएशन की डिग्री होनी अनिवार्य है PGDM कोर्स में 12TH आप किस साइड से पास हुए हैं बायो से या मैथ से यह मान्य नहीं रहता है दोनों ही साइड से किए हुए छात्र PGDM कोर्स कर सकते हैं और 3 साल के ग्रेजुएशन डिग्री में आपका फुल पूर्णांक कम से कम 50% तक का होना चाहिए और SC और ST उम्मीदवारों के लिए कम से कम 45% नंबर आवश्यक होते हैं

PGDM Syllabus

PGDM कोर्स का सिलेबस कुछ इस प्रकार है जैसे 

  1. Financial accounting
  2. Business economics
  3. Business English
  4. Basic of mathematics and statistics

PGDM COURCE की कुछ अवधि

PGDM कोर्स का सिलेबस हर साल कुछ ना कुछ परिवर्तन होता रहता है जिससे इस कोर्स को पूरा करने का समय निश्चित नहीं रहता है ऐसे तो PGDM कोर्स 2 वर्ष और 4 सेमेस्टर का होता है अर्थात इस के सिलेबस में परिवर्तन के अनुसार यह कोर्स कभी-कभी 3 वर्ष और 6 सेमेस्टर का भी हो जाता है PGDM course एक इंडस्ट्री बेस्ट एडवांस कोर्स होता है इसके अंतर्गत Guest, Lecture, Seminar, Panel Discussion, workshop आदि होते रहते हैं जिससे छात्रों को PGDM कोर्स में जुड़े सभी जानकारी को छात्रों को पढ़ा तथा सीखा सके ।

PGDM SUBJECT

PGDM कोर्स में एडमिशन लेने से पहले सबसे महत्वपूर्ण काम यह रहता है कि हम कौन सा यहां किस सब्जेक्ट से इस कोर्स को पूरा करें इस कोर्स को कौन से विषय से पूरा करें जिससे कि हमारा भविष्य उज्जवल और भविष्य में हम खूब सारे पैसे कमा सकें

दोस्तों PGDM कोर्स में विषय आप उन विषय को चुनकर करिए जिस विषय में आपकी रुचि हो तथा आप का पूर्ण रूप से मन हो।

भारत में चलने वाली संस्था जो PGDM कोर्स करवाती हैं उन संस्था के PGDM कोर्स के विषय के नाम कुछ इस प्रकार हैं C

जैसे

  • Marketing
  • Finance
  • Information technology
  • Accounting
  • Operation management
  • Human resources
  • Supply chain management
PGDM के बाद रोजगार
  • Nithya software solution inc Hyderabad
  • Power grid corporation of India limited
  • Tapi prestressed product limited Pune
  • Bloomberg Mumbai
  • Research and educational institute
PGDM के बाद जॉब
  • Accountant
  • Manager
  • Teacher And Professor
  • Tourism Manager
  • Logistics
  • Retailing Manager
  • Public Relation Officer
  • Hotel And Catering Manager
  • Publisher And Columnist
  • Executive Director And Head
  • Sale Purchase Assistant Manager

1 thought on “PGDM क्या है, कैसे करे ?”

Leave a Comment